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मधुमक्‍खी के डंक मारने के बाद तुरंत करें ये,नहीं फैलेगा जहर jankari hi jiwan hai

मधुमक्खी के काटने पर क्या करना चाहिए?

आयुर्वेद के अनुसार मधुमक्खी के काटने पर क्या होता है? (What Happens After Bee Sting?)

मधुमक्खी के काटने पर उसके डंक में जहर होने के कारण दर्द, घाव या बुखार होता है। आयुर्वेद के अनुसार  मधुमक्खी के काटने के बाद वात दोष दूषित हो जाता है।


मधुमक्खी के काटनर पर निकालने में सर्तकता का अवलंबन करना चाहिए। कहने का मतलब यह है कि डंक को चिमटी या नूकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। एक ब्लंट ऑबजेक्ट जैसे कि क्रेडिट कार्ड या बटर नाईफ (जिसकी तेज धार न हो) को धीरे-धीरे प्रभावित क्षेत्र में खुरच कर डंक को निकालना चाहिए। चिमटी या नूकीली चीज का उपयोग करने से बचे क्योंकि इससे जहर फैल सकता है।

मधुमक्खी के काटने पर लक्षण (Symptoms of Bee Stings)


मधुमक्खी के काटने पर दर्द और सूजन के अलावा और भी लक्षण होते हैं। हालांकि हर किसी में इसके अलग-अलग लक्षण नजर आते हैं, कुछ लोगों को तेज दर्द होता है तो कुछ में केवल प्रभावित जगह पर सूजन आ जाती है, कुछ में वो जगह लाल पड़ जाती है।

-जलन और दर्द

सूजन

-लाली।

-एक दुखद जगह में तापमान में वृद्धि हुई।

-कुछ घण्टों के बाद दर्द खुजली में भी बदल सकता है।

-शरीर का तापमान बढ़ता है।

उल्टी

-मतली।

-चक्कर आना।

सिरदर्द।

दस्त

-आक्षेप।

-कमजोरी।

-चेतना का नुकसान

-रक्तचाप को कम करना।

-सांस लेने में कठिनाई।

-सामान्य मलिनता।

पेट में दर्द

-एडीमा 48 घंटों के भीतर फैलती है,लेकिन दर्दनाक लक्षण 10 दिनों या उससे अधिक दिनों के बाद कम होने लगती है।

मधुमक्खी के काटने से राहत पाने  के घरेलू उपाय                             (Home Remedies for Bee String)

सामान्यतः मधुमक्खी के काटने के डंक के दर्द से निजात पाने के लिए सबसे पहले घरेलू नुस्ख़ों को ही अपनाया जाता है। यहां हम पतंजली के विशेषज्ञों द्वारा पारित कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बात करेंगे जिनके प्रयोग से डंक के दर्द  से राहत पाया जा सकता है-

1.बर्फ लगाने से मधुमक्खी के डंक के कष्ट से मिले राहत

( Benefit of Ice to Get Relief from Bee Sting )

प्रभावित जगह पर बर्फ लगाने से कई तरह की परेशानियों और लक्षणों में राहत मिल जाएगी। ठण्ड की वजह से विषाक्त पदार्थ बहुत अधिक फैलता नहीं है, इसके अलावा ग्रसित जगह पर सिकाई करने से जलन, दर्द, सूजन, खुजली होने की सम्भावना नहीं रहती है।

बेकिंग सोडा  मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                        (Benefit of Ice to Get Relief from Bee Sting )

बेकिंग सोडा अल्कलाइन होता है, जो कि जहर के असर को कम करने में मददगार होता है। बेकिंग सोडा लगाने से दर्द, खुजली और सूजन से राहत मिलती है।

शहद मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                                 (Benefit of Honey to Get Relief from Bee Sting )


मधुमक्खी काट लेने पर शहद का इस्तेमाल करना भी बहुत फायदेमंद होता है। ये जहर को फैलने नहीं देता है और इसका एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण बढ़ने नहीं देता है। मधुमक्खी का शहद कीट, मधुमक्खी के डंक के जहर का निष्क्रिय करने में सहायक होते हैं।

दही का लेप मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                          (Benefit of Curd to Get Relief from Bee Sting)

मधुमक्खी कीट के काटने और डंक वाली ग्रसित जगह से सूजन, दर्द कम करने में दही उत्तम माध्यम है। दही खायें और दही शरीर पर लगायें। दही मधुमक्खी, ततैया, भैर्रे, ब्लैक जेकेट, सिंलंगा आदि तरह के कीटों का जहर नाशक है।

चूना मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                                 (Benefit of Limestone to Get Relief from Bee Sting )

 मधुमक्खी की डंक सूजन, दर्द, खुजली निष्क्रिय करने के लिए चूना लगायें। चूना पेस्ट मधुमक्खी कीट के डंक के दुष्प्रभाव को मिटाने में सहायक होता है।

गेंदा फूल मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                        (Benefit of Marigold to Get Relief from Bee Sting)


मधुमक्खी कीट के डंक के दुष्प्रभाव को मिटाने में गेंदा के फूल रस लगाना फायदेमंद होता है। गेंदा फूल में एन्टीफंगल गुण होता हैं। मधुमक्खी सूजन, दर्द, जलन और कीट जहर के संक्रमण को कम करता है।

एलोवेरा मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                               (Benefit of Aloe Vera to Get Relief from Bee Sting)


मधुमक्खी कीट के डंक जहर को निष्क्रि करने के लिये एलोवेरा के पत्ते का रस लगायें। एलोवेरा मधुमक्खी कीट के डंक सूजन, दर्द, जलन को कम करने में सहायक होता है।

टूथपेस्ट मधुमक्खी के डंक के कष्ट से दिलाये राहत                              (Benefit of Toothpaste to Get Relief from Bee Sting)

सफेद टूथपेस्ट लगाने से भी डंक के दर्द से राहत मिलती है। ये जहर के अम्लीय प्रभाव को कम करता है। इसके इस्तेमाल से दर्द और सूजन में राहत मिलती है, लोहा धातु रगड़ना लोहे की घड़ी (लोह धातु) पर 1 या 2 बूंद पेस्ट लगाकर घिसकर डंक वाली जगह पर लगायें। लोहे रगड़ कर मक्खी डंक जहर को तुरन्त निष्क्रिय किया जा सकता है। लोहे को रगड़ने से हर तरह के मधुमक्खी जैसे कीटों का जहर शीघ्र घट जाता है।

डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए ? (When to See a Doctor?)

व्यक्ति को एलर्जी प्रतिक्रिया का अनुभव होने की संभावना होती है। यदि एक कीट स्टिंग ब्लिस्टरिंग की ओर जाता है तो अगर आप संक्रमण के लक्षण विकसित होते हैं, जैसे कि पस, या लक्षण कुछ दिनों के भीतर नहीं जाते हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लेनी चाहिए।

 

 

मधुमक्खी के काटने पर उसके डंक में जहर होने के कारण दर्द, घाव या बुखार होता है। आयुर्वेद के अनुसार  मधुमक्खी के काटने के बाद वात दोष दूषित हो जाता है। 



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